Examine This Report on baglamukhi sadhna
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उक्त’ कवच’ का पाठ कर अभिमन्त्रित ‘मक्खन’ पत्नी को खिलाने से विद्यावान्, स्वस्थ पुत्र की
शत्रोर्जिह्वां च खड्गं शर-धनु-सहितां व्यक्त-गर्वाधि-रूढां ।
To save lots of the ancient cultural tradition of Vedic religion, it can be our greatest obligation to safeguard the virtues of sages. Obligation is also necessary for the tradition that responses the inquiries with the mysteries of the globe by intelligence and logic.
पर – प्रज्ञापहारीं तां, पर – गर्व – प्रभेदिनीम् ।
२३. श्रीरम्भायै नमः अत्यन्त सुन्दरी को नमस्कार
मंत्र- सिद्ध करने की विधि – साधना में जरूरी श्री बगलामुखी का पूजन यंत्र चने की दाल से बनाया जाता है। – अगर सक्षम हो तो ताम्रपत्र या चांदी के पत्र पर इसे अंकित करवाए। – बगलामुखी यंत्र एवं इसकी संपूर्ण साधना यहां देना संभव नहीं है। किंतु आवश्यक मंत्र को संक्षिप्त में दिया जा रहा है ताकि जब साधक मंत्र संपन्न get more info करें तब उसे सुविधा रहे।
पीत-वर्णां मदाघूर्णां, दृढ-पीन-पयोधराम् ।
प्रभावशाली मंत्र मां बगलामुखी विनियोग – अस्य : श्री ब्रह्मास्त्र-विद्या बगलामुख्या नारद ऋषये नम: शिरसि। त्रिष्टुप् छन्दसे नमो मुखे। श्री बगलामुखी दैवतायै नमो ह्रदये। ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये। स्वाहा शक्तये नम: पाद्यो:। ॐ नम: सर्वांगं श्री बगलामुखी देवता प्रसाद सिद्धयर्थ न्यासे विनियोग:।
१. ॐ ह्लीं श्रीं अं श्रीबगलामुख्यै नमः – शिरसि (सिर में) ।
पीताम्बर-धरां देवीं, पीत-पुष्पैरलंकृताम् । बिम्बोष्ठीं चारु-वदनां, मदाघूर्णित-लोचनाम् ।।
अत्र कश्चित् द्विषन् भ्रातृव्यः कृत्यां वलगान् निखनति तानेवैतदुत्किरति ।
जिह्वा-वर्ण-द्वयं पातु, गुल्फौ मे ‘ कीलये ‘ति च । पादोर्ध्वं सर्वदा पातु, ‘बुद्धि’पाद-तले मम ।।१०
११. श्रीभग-मालायै नमः ऐश्वर्य-धात्री-शक्ति को नमस्कार।
मध्ये-सुधाब्धि मणि-मण्डित-रत्न-वेद्याम् । सिंहासनोपरि-गतां परि-पीत वस्त्राम्॥